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इस वैचारिक समर्पण के सामने विपक्ष के पास कुछ नहीं है बीजेपी आज सत्ता से बाहर होती है तो 5 से 10 वर्ष बाद प्रचंड बहुमत वापसी करेगी क्योंकि भाजपा के पास विचारधारा नीति है और नियत और नेतृत्व है , मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस आयातित विदेशी वामपंथी विचारधारा के भरोसे चल रही है कांग्रेस के पास कोई विचारधारा है न नीति है न नियत है न नेतृत्व है । इसलिए 2024 का चुनाव स्पष्ट है राजपूत नाराज या कोई और जाति नाराज हैं इन चीजों से एक से दो सीट में फर्क पड़ सकता है लेकिन सभी लोकसभा सीटों में नहीं पड़ सकता है ,आज युग इनफॉरमेशन वेलफेयर हर व्यक्ति के पास स्मार्टफोन हर व्यक्ति के पास सही स्पष्ट जानकारी पहुंच रही है आज के युग में कोई पार्टी जाति और क्षेत्र भाषा या भावनात्मक मुद्दों पर लोगों बहकर वोट नहीं ले सकती यह संभव भी नहीं है ।
1991 के उदारीकरण के बाद बड़ा वर्ग का जीवन स्तर सुधर है बड़ी आबादी गरीबी रेखा से उठाकर निम्न मध्यम वर्ग निम्न मध्यम वर्ग से उच्च मध्यम वर्ग की अग्रसित हो रहे हैं आज के समय में लोग जाति क्षेत्र के नाम पर वोट नहीं देना चाहते हैं क्योंकि लोगों की आकांक्षाएं बहुत है उनकी आकांक्षाओं को जो पूरा कर रहा उसी को वोट करते हैं । इसलिए आज के समय लोकतंत्र खतरे में फला पार्टी जाति विरोधी में जैसे भावनात्मक मुद्दों के आधार पर आज का मतदाता वोट नहीं डालने वाला है । पहले गरीबी हटाओ जैसे नारे देकर चुनाव जीता सकता था आज संभव नहीं है धीरे-धीरे भारतीय मतदाताओं परिपक्वता आ रही है जो लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है ।
लेकिन भारत में एक 20 से 25% मजहबी 14 सौ वर्ष की कबीलाई किताबी मानसिकता मानने वाली आबादी उसका एकमात्र उद्देश्य भारत को कैसे इस्लामिक राष्ट्र में तब्दील किया जाए मजहबी किताबी जमात सकारात्मक मुद्दों के आधार पर वोट नहीं करती है उसके लिए जो किताब में लिखा वही अंतिम सत्य है जिसके कारण बहुसंख्यक हिन्दू आबादी असुरक्षा भाव बना रहता है उसके एतिहासिक कारण भी है कि क्योंकि जब तक हिंदू बहुसंख्यक तभी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्य संरक्षित है जिस दिन हिंदू अल्पसंख्यक हुआ न लोकतंत्र रहेगा न संविधान हैं भारत का लोकतंत्र इसी मजहबी मानसिकता के कारण हमेशा खतरे में रहेगा इस मजहबी किताबी मानसिकता समाधान नहीं निकाला जाएगा यह समास्या हमेशा जस की तस बनी रहेगी बाक़ी सबकुछ ठीक है । यह चुनाव 80 और 20 के बीच है विपक्ष जितना भी प्रयास करें कुछ भी नहीं होने वाला है ।
दीपक कुमार द्विवेदी
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